Running Kachhua
Friday, August 11, 2017
परिप्रेक्ष्य - 2
सब खेल है ये ,
परिप्रेक्ष्य का |
ये वही पिंजरा है जो
Read more »
Thursday, August 3, 2017
Anavrishti
सदियों से,
किस्सों ने , कहानियों ने,
गानों ने, दर्शाया है -
मझधार से डर, और
साहिल की चाहत,
शायद किसी ने दुआ सुन ली।
अनावृष्टि की मार में
अब नदी को देख के,
दोनों में अंतर करना मुश्किल है ।
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)